HomeकारोबारRudra Agrawal satna :ग्रेजुएशन के बाद नौकरी की तलाश में बाहर गए,...

Rudra Agrawal satna :ग्रेजुएशन के बाद नौकरी की तलाश में बाहर गए, मामला नहीं जमा तो बन गए युवा उद्यमी

Rudra Agrawal satna:आज  हम। आपको ऐसे युवा उद्यमी से रूबरू कराएंगे  जिन्होंने जॉब को छोड़कर अपने करिअर के रूप में बिजनेस को चुना है, खुद का बिजनेस शुरू करके उद्यमी बनें हैं.क्योंकि ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप मॉनिटर (जीईएम) इंडिया रिपोर्ट 2016-17 के अनुसार, भारत में पांच प्रतिशत वयस्क ही खुद का व्यवसाय स्थापित करते हैं, हमारा प्रयास है कि प्रदेश के अधिकांश युवा उद्यमी बनें. खुदके साथ दूसरे लोगों  को काम देने का प्रबंध करें. आज के इस खास कालम में हमने चुना है,सतना जिले के नागौद से रुद्र अग्रवाल  (Rudra Agrawal satna) को.

कुछ यूं हुई रुद्र के कैरियर की शुरुआत

सतना के एक निजि विवि. से रुद्र ने कृषि में स्नातक की पढ़ाई करने के बाद सालों तक बेरोजगारी सही है.नौकरी की तालाश में घर से बाहर रहें.वहां मन नहीं लगा,तो वापस अपने शहर आगए. यहां एक निजि स्कूल में पढ़ाने लगे.

कुछ साल बाद उनका मन बदला. नौकरी से मोह भंग हुआ.तभी रुद्र की मुलाकत एसके सिंह चौहान से होती है, रुद्र की ये मुलाकात कैरियर को लेकर काफी गेमचेंजर साबित होती है, क्योंकि एसके सिंह ने रुद्र को मार्गदर्शन देकर एक सही दिशा थी.

उन्नत खेती के लिए दे रहे हैं सुझाव (Rudra Agrawal satna)

आज रुद्र  (Agri clinic)एग्री क्लीनिक एडं एग्री बिजनेस सेंटर के माध्यम। Rudra Agrawal satna रुद्र एक युवा उद्यमी के तौर पर काम कर रहे हैं. नागौद क्षेत्र के करीब 50 से अधिक गांवों के करीब 600 किसानों को सही एडवाइज, उन्नत खेती के लिए सुझाव दे रहे हैं. इसके आलावा रुद्र अपने बिजनेस सेंटर के माध्यम से 4 युवाओं को रोजगार भी दिए हुए हैं.

पहले तय करें की करना क्या है?

नए युवा साथियों को पहले सोच लेना चाहिए की उन्हें क्या करना है? ये तय करना काफी जरूरी है, फिर आप जो करें उसी के बारे में सोचें.यदि बिजनेस करना है, तो कई तरह की चुनौतियां आएंगी तो आप विचलित न हों, पहले पैसों का आभाव होता है. तो आप नौकरी करें, आप नौकरी पैसों के लिए नहीं, काम को सीखने के लिए करें.बिजनेस में

(Rudra Agrawal satna) रुद्र  अग्रवाल ने बताया की प्रारंभिक दौर में चुनौतियां जरूर हैं, पर ये नौकरी से काफी बेहतर है. बिजनेस से आप खुदके साथ चार अन्य लोगों को भी काम दे पाते हैं. आगे मेरा प्रयास रहेगा कि मैं किसानों का भरोसा जीत पाऊं. उनकी तरक्की में सहभागी बन पाऊं. क्योंकि उन्नतशील किसान ही हमारे देश की ताकत है. बीज, दवाई, खाद के काम के साथ स्प्रिंकलर और मशीनरी के काम को ओर विस्तार देने पर जोर रहेगा.

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments